थिरकते क़दमों में घुंघरुओं की खनखनाहट
झूमते हुए उसका संगीत से रूबरू होना
नाज़ुक कलाहियों में उन चूड़ियों का खनकना
रौशनी की हर किरण पर उसकी बिंदिया का चमकना
वो रंगमंच उसका जहाँ बन गया
बिना किसी शर्त के उसका साथी हो गया
उसका नाच ही उसका दोस्त
उसका नाच ही उसका हमसफ़र
थिरकते क़दमों में घुंघरुओं की खनखनाहट
झूमते हुए उसका संगीत से रूबरू होना
झूमते हुए उसका संगीत से रूबरू होना
नाज़ुक कलाहियों में उन चूड़ियों का खनकना
रौशनी की हर किरण पर उसकी बिंदिया का चमकना
वो रंगमंच उसका जहाँ बन गया
बिना किसी शर्त के उसका साथी हो गया
उसका नाच ही उसका दोस्त
उसका नाच ही उसका हमसफ़र
थिरकते क़दमों में घुंघरुओं की खनखनाहट
झूमते हुए उसका संगीत से रूबरू होना
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