Friday, June 22, 2012

Life is...


Life is..
   my dream; a sweet tender bud
   my love; the unspoken truth
   my sight; the clear bright sky
   my song; the buzz of bees at dawn
   my world; sorrowful, happy, but mine
Life is
   all this and a lot more!

Tuesday, June 19, 2012

आज फिर लिखने को कुछ कहा इस दिल ने

आज फिर लिखने को कुछ कहा इस दिल ने ।
वो शब्द जो दब गए थे रोज़ मरहा की भाग दौड़ में, 
उन्हें उभारने को कहा इस दिल ने ।

आज फिर एहसास हुआ की हर कोई यहाँ अकेला है।
दिमाग भागता है दुनिया को कुछ और दिखाने को,
और ये दिल ढूँढता है अपना हमसफ़र ।

पर ना तो दुनिया सरहाती है इस दिमाग को
और ना ही कोई हमसफ़र अपना हो पाता है ।
कई एहसासों को अपने में समेटकर, हम जी रहे हैं इस ज़िन्दगी को
जाने कब रूह को मिलेगी आज़ादी ।


जाने आज क्या कुछ उभर आया इन शब्दों में,
आज फिर लिखने को कुछ कहा इस दिल ने ।

Friday, June 15, 2012

This too shall pass


I woke up and said to my self
this is a new day, a new start
I told my self, forget the past

Within an hour there was the same noise
The same disturbance in my heart
I told my self, this wont last

A small chat, a light laugh
Turned into another brawl, another squab
I told my self, its not your fault, this too shall pass

Silence, distress, uneasiness
My world full but with my loneliness
I couldn't listen to myself anymore
It was night again and about this life
I wasn't so sure
Tomorrow will be another day
But I know it won't be a new start
Life is stuck where it is
No matter how earnestly I layout my heart
As I lay down, I tell myself again
This life too shall pass

Thursday, June 14, 2012

Satiate

Silent thoughts
Are you hiding
Through my heart
In a grave so deep
Are you crying
Tell me oh do
Endless worries to an ending world
My world
Engulfed in silent thoughts

थिरकते क़दमों में घुंघरुओं की खनखनाहट

थिरकते  क़दमों में घुंघरुओं की खनखनाहट
झूमते हुए उसका संगीत से रूबरू होना 
नाज़ुक कलाहियों में उन चूड़ियों का खनकना
रौशनी की हर किरण पर उसकी बिंदिया का चमकना

वो रंगमंच उसका जहाँ बन गया
बिना किसी शर्त के उसका साथी हो गया
उसका नाच ही उसका दोस्त
उसका नाच ही उसका हमसफ़र

थिरकते  क़दमों में घुंघरुओं की खनखनाहट 
झूमते हुए उसका संगीत से रूबरू होना

Wednesday, June 13, 2012

किस मंज़िल की ओर

बरसती है आँखों से
बूँदें बनकर हर चाह


झुलसती है
तपती रेत पर बिखरकर
ज़िन्दगी की हर राह

खिसकते हुए कदम बढ़ रहे हैं
जाने किस ओर
ना है मंज़िल का पता
ना ही राह की होश

बरसती आँखों से ज़िन्दगी जी रहे हैं
रौन्धते हुए अपने ही दिल को 
झुलसती रेत पर
ना जाने किस मंज़िल की ओर 

Life is here smile away


When the stars shine bright
When the winds blow with might
As the flowers bloom and say
    Life is here smile away
When the rain plays the flute
When the waves dance to tune
As the boat sails and says
    Life is here smile away
When the birds reach to heights
When the kite frees and flies
As the trees sway and say
    Life is here smile away
When the temple bell rings
When the songs of hymn begin
As the Lord smiles and says
    Life is here smile away

Tuesday, June 12, 2012

कली

खिलने के इंतज़ार में बैठी एक डाली पर
हरी पत्तियों के बीच 
नन्ही कली 

तेज़ सूरज की किरणों को तरसती 
उस डाली पर अकेली 
एक कली 

दिन के उजाले के साथ आयी 
सूरज की वो मद्धम किरण 
छू गई हरी पत्ती को 
तो राह बन गई जिसको तरसती थी 
कली 

हवा का भीना सा एहसास हुआ 
सोंधी सी खुशबू महकाती 
अपनी लाली बिखेरती 
अंगड़ाई ले खिलने लगी 
कली 

Hope



When night falls, the moon shines
When lightening shudders, the parched earth lives 
When a soul departs, somewhere a new life is born.

Life goes on
No matter how hell breaks
Life moves on
No matter how still our heart is

For every tear, there are a thousand smiles 
For each broken heart, there are two that unite

There is hope 
Hope for a better world 
Hope that life would be happier 
Hope to live
Hope to love
Hope to move on, together with friends, or alone.

Monday, June 11, 2012

सिसकते होटों की वो हँसी


सिसकते होटों की वो हँसी 
 छुपाये बैठी है जाने कितने राज़ 
अनगिनत सूने पलों को 
बनाकर अपना राजदार,
वो हँसी। 

सूखी आँखों में छिपी 
आंसुओं की बाढ़ को थाम कर, रोक कर 
खिलखिला रही है 
इन होठों पर,
वो हँसी। 

सूनी राहों पर टूटती आस को ,
हर अँधेरे को 
उजाले में बदलती, 
वो हँसी।
  
हाथों से हर पल सरकती 
इस ज़िन्दगी को,
पक्की डोर से बांधे 
सिसकते होटों की वो हँसी।

और क्या कहें हम


और क्या कहें हम, हर सांस तुम्हारी है 

हर लम्हे में अब आर्ज़ू तुम्हारी है!

बस इक बार हमें संग ले चलो 

हमारी ये सारि ज़िन्दगी तुम्हारी है! 

Death


Wrotting away to nothingness 
I lay 
Looking back at sorrows, re-living the pain 

Moments away, just a few more 

Waiting... 

Life was a big mystery 
Still is and so it will stay. 

My heart beats... 
...its very last

Tears


It trickles down my face 
So small yet so meaningful 
A whirlwind of hurt,
it tries to wash
Slowly as it  takes its path

वोह शाम

सूरज ढल रहा है पर चाँद अभी निकला नहीं
आसमान लाली की गर्माहट ओढे है
सितारे तलाश रहे हैं रात की शीतलता

विचित्र सा समां है
जैसे कोई नवेली दुल्हन
कुछ सिमटी कुछ घबराई
इंतज़ार में हो एक नई ज़िन्दगी की
चारों और दोराहों का मिलन हो रहा है
शाम का आँचल ओढ़े हवा झूम रही है
पंछी लौट रहे हैं घौंसलो की और
मझधार पर आकर जैसे सब थम गया हो
इक नयी सुबह इक नयी राह तलाशता
बढ़ चला है हर जीव
रात की गोद में, सर झुकाकर 

हरी टहनी


भयभीत सी
ठेहरी सी
हर आहट है कुछ  सहमी सी
तेज़ हवायें नहीं
सन्नाटों का शोर है
आक्रोश, कहीं गम्गीनियों कि भोर है
बंजर ज़मीन पर
जल की एक बूँद को तरसती
अकेली खड़ी
आखरी साँसों से जूझती
वो हरी टहनी